Editorial: आप की नीतियों पर जनता की मुहर है, जालंधर उपचुनाव में जीत
- By Habib --
- Saturday, 13 May, 2023
Peoples seal on your policies
Peoples seal on your policies जालंधर लोकसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू की भारी बहुमत से जीत पंजाब में जहां पार्टी की बढ़ती विश्वसनीयता का परिचायक है, वहीं यह मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार की उल्लेखनीय नीतियों और कार्यक्रमों पर जनता की मुहर है। लोकतंत्र में चुनाव ही वह प्रक्रिया है, जिसके जरिये कोई राजनीतिक दल जनता के बीच अपनी लोकप्रियता को सिद्ध करता है। जालंधर सीट अजा वर्ग के लिए आरक्षित है और इस पर लंबे समय से कांग्रेस का दबदबा रहा है।
हालांकि आम आदमी पार्टी ने बीते विधानसभा चुनाव में जिस प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करते हुए सरकार बनाई है, उसके बाद से सभी हलकों और लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी के प्रति जनता की धारणा पुख्ता होती गई है। आप की कार्यशैली और किए वादों को पूरा करने का उसका रिकार्ड जालंधर में मिली जीत को साबित करता है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आप सरकार ने राज्य के प्रत्येक इलाके का विकास सुनिश्चित किया है, वहीं ऐसी नीतियां लागू की हैं, जोकि प्रत्येक वर्ग के फायदे के लिए हैं। यह भी कितना खूब है कि आप सरकार के बिजली मुफ्त देने के वादे के पूरा होने पर सवाल उठाए गए थे, लेकिन विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सरकार ने इस कारनामे को भी अंजाम दे दिया है। अब बिजली का जीरो बिल देखकर उपभोक्ता हैरान होते हंै कि ऐसा भी हो सकता है, लेकिन यह सच हो चुका है।
सरकार ने इस योजना के जरिये जहां बिजली के दुरुपयोग को रोका है, वहीं जरूरतमंद लोगों को महंगाई के इस जमाने में बड़ी राहत प्रदान की है। राज्य में ऐसा पहली बार हो रहा है कि बिजली बचाने के लिए सरकारी दफ्तरों का समय सुबह 7.30 बजे कर दिया गया हो। इसके बेहतरीन परिणाम सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री मान की ओर से सीएम दी योगशाला नाम से एक नया प्रयोग शुरू किया हुआ है, इसके तहत राज्य में योगशालाएं संचालित की जा रही हैं, जहां पर योग प्रशिक्षक जनता को योग सिखाते हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के संगरूर लोकसभा सीट से त्यागपत्र देने के बाद यहां हुए उपचुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, उस समय आप एवं सरकार के प्रदर्शन पर सवाल उठाए गए थे, हालांकि सरकार ने जिस प्रकार से रफ्तार हासिल की है, वह राज्य एवं पूरे देश को हैरत में डालने के लिए काफी है। आप सरकार ने राज्य में शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग एवं कारोबार को लेकर जिस प्रकार की योजनाएं तैयार की हैं, वे दूरगामी परिणाम देने वाली हैं। इन योजनाओं के जरिये जहां पंजाब का भविष्य सुनिश्चित हो रहा है, वहीं राज्य में अभी तक जो नहीं हो सका है, वह भी अब पूर्ण होने के आसार हैं।
पंजाब एक औद्योगिक राज्य है, लेकिन बीती सरकारों के समय में यहां से इंडस्ट्री का बड़े पैमाने पर पलायन हुआ है। लेकिन अब मान सरकार ने एक ही जगह से एक ही स्टांप पेपर पर सभी एनओसी जारी करने का निर्णय लेकर उद्यमियों को बहुत बड़ी राहत दी है। बताया गया है कि हरे रंग के इस स्टांप पेपर के जरिये चेंज ऑफ लैंड यूज, वन, प्रदूषण, फायर आदि की सभी प्रकार की फीस शामिल होगी। निश्चित रूप से यह प्रदेश में कारोबारियों के लिए पूरा परिदृश्य परिवर्तित करने वाला निर्णय है।
जालंधर लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस, शिअद, भाजपा जैसे विरोधियों की मौजूदगी में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी का शानदार प्रदर्शन इसके भी संकेत दे रहा है कि अगले वर्ष लोकसभा चुनाव में किस प्रकार का माहौल पंजाब में बन सकता है। हालांकि अभी से परिणामों को निश्चित करके नहीं चला जा सकता, लेकिन जिस प्रकार से पार्टी के पक्ष में जनमत तैयार हो रहा है, उससे लगता है कि जनता आप की नीतियों से सहमत है और चाहती है कि पार्टी निरंतर सफलता हासिल करे।
इस उपचुनाव में कांग्रेस समेत दूसरे दलों के सामने वर्चस्व की चुनौती पेश हो गई है। कांग्रेस ने बीते विधानसभा चुनाव में जहां अपनी सत्ता गंवाई थी, वहीं उसके बाद से पार्टी का प्रदर्शन निरंतर गिरता जा रहा है। इसी तरह से शिअद के समक्ष भी अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है। भाजपा ने अपने उम्मीदवार के समर्थन में मंत्रियों की पूरी फौज उतारी थी, लेकिन वह भी काम नहीं आई।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जालंधर में प्रचार के दौरान कहा था कि एक बार उन्हें भी इस सीट से मौका दिया जाए। अब जनता ने आप को यह मौका दे दिया है। अगले वर्ष आम चुनाव होने हैं, इसलिए यहां विकास कार्यों के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है, लेकिन फिर भी सरकार को कम से कम समय में इलाके के विकास एवं यहां की जरूरतों को पूरा करने का प्रयास करना होगा। जालंधर की जनता का निर्णय सर्वमान्य होना चाहिए, उसने जो भी निर्णय लिया है, वह इस सीट एवं राज्य के भविष्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा, इसकी पूरी उम्मीद है।
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